गणेश चतुर्थी 2024: भगवान गणेश की बुद्धिमत्ता का उत्सव EduRishi के साथ
गणपति बप्पा मोरिया! इस साल हम गणपति का स्वागत करते हैं, EduRishi भगवान गणेश के प्रतीक मूल्य—बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि—को अपनाकर इस उत्सव में शामिल होता है। गणेश चतुर्थी विचार, भक्ति और आभार का समय है, और EduRishi में, हम भगवान गणेश से प्रेरणा लेकर पूरे भारत के युवा छात्रों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गणेश चतुर्थी और सीखना: एक दिव्य संबंध
भगवान गणेश को बुद्धि और ज्ञान का देवता माना जाता है, जिससे गणेश चतुर्थी छात्रों और शिक्षकों के दिलों के करीब एक उत्सव बन जाता है। EduRishi में, हम उसी सीखने की भावना को बढ़ावा देने में विश्वास रखते हैं जो गणेश का प्रतीक है। हमारे NEP 2020-अनुरूप कार्यक्रमों का उद्देश्य आलोचनात्मक सोच, समस्या समाधान और रचनात्मकता को विकसित करना है—जो गणेश की बुद्धिमत्ता के प्रमुख पहलू हैं।
छात्रों के लिए गणेश चतुर्थी विशेष गतिविधियाँ
इस वर्ष, हम अपने छात्रों को विशेष गणेश चतुर्थी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं:
- गणपति निर्माण कार्यशाला: छात्र साधारण सामग्रियों का उपयोग करके इको-फ्रेंडली गणपति मूर्तियों का निर्माण कर सकते हैं, जो स्थिरता और रचनात्मकता को बढ़ावा देगा।
- कहानी सुनाने के सत्र: हमारे डिजिटल फ्लिपबुक के माध्यम से, छात्र भगवान गणेश की रोचक कहानियों को खोज सकते हैं और भारतीय संस्कृति में उनके महत्व के बारे में जान सकते हैं।
- STEAM चुनौतियाँ: हमारी अनोखी STEAM-आधारित गतिविधियाँ छात्रों को गणेश की बुद्धिमत्ता और समस्या समाधान क्षमताओं से प्रेरित पहेलियाँ और चुनौतियाँ हल करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।
कक्षा में मूल्यों को लाना
गणेश चतुर्थी केवल उत्सव नहीं है, बल्कि धैर्य, मेहनत और ज्ञान के प्रति सम्मान जैसे मूल्यों को आत्मसात करने का समय है। EduRishi में, हम अपने शैक्षिक सामग्री में इन मूल्यों को महत्व देते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि छात्र अकादमिक और सम्पूर्ण व्यक्तित्व के रूप में विकसित हों।
जब हम गणपति बप्पा मोरिया का जाप करते हैं, तो चलिए हम भगवान गणेश की बुद्धिमत्ता को अपने दैनिक जीवन में अपनाने के लिए एक पल लेते हैं। EduRishi सभी छात्रों के लिए सीखने को आकर्षक, आनंददायक और अर्थपूर्ण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि वे कल के बुद्धिमान और समृद्ध नागरिक बन सकें।
आपको गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ!
गणपति बप्पा मोरिया!